यह कविता कवि बलदेव दास की है ये कई शतक लिखे हैं पर आज तक इनके ग्रन्थ हस्त लिखित ही हैं इनका सम्बन्ध रीवा राज्य से था , इन्होने सभी देवताओं की स्तुतियाँ लिखी हैं जिसमे यह शंकर जी के लिए लिखी पंक्तियों को लिखने का मैं प्रयास कर रहा हूँ
शंकर ओंकार नाथ , काल नाथ काली नाथ ,
काशी औ केदार नाथ,बैज नाथ धाम हैं
गंगा-नाथ,गैवी नाथ ,गुप्त जमरेही नाथ ,
भक्तनाथ भूत नाथ , रूद्र सर नाम हैं ,
जेई सर्व नाथन के नाथ विश्वनाथ देव
ताको बलदेव दास करत प्रणाम है
3 comments:
om namah shivay
bhupendra ji
aapne balidev ji ki kavita likhakar bahut achha kary kiya hai
parashar
shankar jee par likhi gai panktiyan bahut sunadra hain nishchit hai ki kavi balidev das bahut hee sundar kavi the,
amit sharma
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